नई दिल्ली। चीन के सरकारी मीडिया का मानना है कि भारत
में निवेश करने वाली चीन की
कंपनियों में उत्सुकता को कुछ अधिक बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है। चीन के
सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स के अनुसार भारत के विनिर्माण क्षेत्र की तेज रफ्तार से
निवेशक मोटा मुनाफा कमा सकते हैं और वहां से दूर रहना निश्चित रूप से एक
अविवेकपूर्ण फैसला होगा।
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के बायकॉट पर बौखलाया चीन, मीडिया ने कहा-भारतीय
मेहनत नहीं, सिर्फ हल्ला कर
सकते हैं
सरकारी
अखबार में हुआ खुलासा
·
ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित एक लेख में कहा गया है कि भारत
के विनिर्माण क्षेत्र की तीव्र वृद्धि में अभी चीन की पूंजी का मामूली योगदान है।
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नेशनल इंस्टिट्यूट आफ इंटरनेशनल स्ट्रैटेजी आफ चाइनीज
अकादमी आफ सोशल साइंसेज के रिसर्च फेलो जी चेंग ने कहा, अगर दूसरे शब्दों में कहा जाए तो
चीन के पास भारत के विनिर्माण विकास को सीमित करने की क्षमता नहीं है।
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चीन सिर्फ चाइनीज निवेश को भारत के वृद्धि परिदृश्य में
शामिल होने से रोक सकता है,
जो कि एक
अविवेकपूर्ण विकल्प होगा।
लेख में कहा गया है कि भविष्य में भारतीय बाजार मोटा मुनाफा कमाएगा, जो सभी पक्षों के लिए लाभ की स्थिति होगी।
लेख में कहा गया है कि भविष्य में भारतीय बाजार मोटा मुनाफा कमाएगा, जो सभी पक्षों के लिए लाभ की स्थिति होगी।
चीन अपनी इकोनॉमी को सुधारने के लिए उठा रहा है कदम
- चीन लगातार अपनी इकोनॉमी को सुधारने के लिए कदम उठा रहा है। माना जा रहा है कि हाल में दिए गए राहत पैकेज का असर भी कुछ और दिनों में देखने को मिलेगा।
- हालांकि चीन की मुद्रा युआन की केंद्रीय समता दर शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह वर्षों के निचले स्तर तक पहुंच गई है।
- चाइना फॉरेन एक्सचेंज ट्रेड सिस्टम के मुताबिक, युआन की केंद्रीय समता दर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 122 आधार अंक घटकर 6.7858 हो गई।
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